3601 | हर इंसान अपने स्वास्थ्य या बीमारी का लेखक है। |
3602 | हर उस व्यक्ति के लिए समय कि सीमा नहीं रहेगी, जिसे समय का उपयोग करना आता हैं। |
3603 | हर एक कठिनाई जिससे आप मुंह मोड़ लेते हैं,एक भूत बन कर आपकी नीद में बाधा डालेगी। |
3604 | हर एक कामयाबी और दौलत की शुरआत एक विचार से होती है। |
3605 | हर एक जीवित प्राणी के प्रति दया रखो। घृणा से विनाश होता है। |
3606 | हर एक पर्वत में मणि नहीं होती और हर एक हाथी में मुक्तामणि नहीं होती। साधु लोग सभी जगह नहीं मिलते और हर एक वन में चंदन के वृक्ष नहीं होते। |
3607 | हर काम में तेजी लाने की जरुरत नहीं है। लेकिन समझने की शक्ति में तेजी लाने से फायदा होगा। |
3608 | हर किसी से अपनी तुलना मत कीजिये इससे आप खुद को ही छोटा महसूस करेंगे बेहतर हैं कि अपने आप से खुद कि तुलना कीजिये पहले क्या थे और अब क्या हैं ये सोचने से आपने मन से इर्ष्या का भाव दूर होगा। |
3609 | हर कोई उस तरह का काम करने में आनंद उठता है जिसे करने के लिए वो उपयुक्त है। |
3610 | हर कोई, हर किसी की मदद चाहता है। |
3611 | हर नई चीज अच्छी होती है लेकिन दोस्त पुराने ही अच्छे होते है.... |
3612 | हर पल अपने प्रभुत्व को बनाए रखना ही कर्त्यव है। |
3613 | हर पीढ़ी खुद को पिछली से ज्यादा दिमाग वाला (तेज़) और अगली पीढ़ी से ज्यादा बुद्धिमान समझती है। |
3614 | हर प्रकार की knowledge का जनम हमारे विचारों में ही होता हैं। |
3615 | हर बच्चा इसी सन्देश के साथ आता है कि भगवान अभी तक मनुष्यों से हतोत्साहित नहीं हुआ है। |
3616 | हर बच्चे के अंदर एक वयस्क और हर वयस्क के अंदर एक बच्चा छिपा होता है। |
3617 | हर बार किस्मत से लड़ने की ज़रूरत नहीं। उसके पीछे चुपचाप चलते जाइए। |
3618 | हर मनुष्य के पास, कुछ भी करने की पूरी आज़ादी होनी चाहिए। लेकिन उसे किसी दूसरे व्यक्ति के जीवन को नुकसान पहुँचाने की इज़ाज़त नहीं होनी चाहिए। |
3619 | हर रात, जब मैं सोने जाता हूँ, मैं मर जाता हूँ। और अगली सुबह, जब मैं उठता हूँ, मेरा पुनर्जन्म होता है। |
3620 | हर राष्ट, चीन से यह सीख सकता है की हमे ग्रामीण स्टार पर अच्छे उद्यमों, अच्छी गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाओ और शैक्षिक सुविधाओ के निर्माण पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए। |
3621 | हर रोज दो choice मिलती हैं- तनाव को बढ़ाना या शांति का अनुभव करना। |
3622 | हर लड़ाई को इसके होने से पहले जायज ठहराने की कोशिश होती है , हर पक्ष इसे मारने पर आमादा, दूसरे पक्ष के खिलाफ आत्मरक्षा के रूप में पेश करता हैं। |
3623 | हर विपत्ति, हर असफलता और हर मनोव्यथा अपने साथ उतने ही महान फायदों के बीज लेकर आता है। |
3624 | हर व्यक्ति अपने नेचर के आधार पर चीज़ों को अपनाता है। |
3625 | हर व्यक्ति की आत्मा अमर होती है, लेकिन जो व्यक्ति नेक होते हैं उनकी आत्मा अमर और दिव्य होती है। |
3626 | हर व्यक्ति के लिए रोटी, कपडा, मकान के साथ काम भी होना चाहिए। |
3627 | हर व्यक्ति के सुख और दुख बिल्कुल अलग होते हैं। |
3628 | हर व्यक्ति को एक कोच की जरुरत होती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की आप एक बास्केटबाल, एक टेनिस खिलाडी, एक पहलवान , क्रिकेटर , हॉकी खिलाडी या एक ब्रिज प्लेयर है। |
3629 | हर व्यक्ति को खुश रखा जा है, इसके लिए उन सभी लोगो को समझाना होगा जो हमेशा उदास या हताश रहते है। |
3630 | हर व्यक्ति को गलती करने का अधिकार है। लेकिन कुछ लोगो को गलतियां करने का शौक होता है। उन्हें बार-बार गलती करने का जुनून या रूझान भी हो सकता है। |
3631 | हर व्यक्ति को यह समझना चाहिए कि आत्मा एक राज़ा की समान होती है जो शरीर, इन्द्रियों, मन, बुद्धि से बिल्कुल अलग होती है। आत्मा इन सबका साक्षी स्वरुप है। |
3632 | हर व्यक्ति में कोई न कोई कलाकार छिपा होता है। केवल उसे तराशे। |
3633 | हर व्यक्ति सभी काम नहीं कर सकता है। |
3634 | हर व्यक्ति से विनम्र रहिये लेकिन कुछ लोगो से विनम्र होने का दिखावा करिए। |
3635 | हर व्यक्ति ज़िन्दगी का मज़ा अलग अंदाज़ में लेता है, लेकिन असल तरीका वही है जिसमें आप दूसरों के लिए कुछ करने के योग्य बन सकें। उन्हें खुशियां बाट सकें। |
3636 | हर समय सेहत की चिंता करते रहना ही जीवन में सबसे बड़ी रूकावट है। |
3637 | हर साल भी अगर एक बुरी आदत को दूर फेका जाएँ, तो बुरे से बुरा व्यक्ति भी अच्छा बन सकता हैं। |
3638 | हां और नहीं- ये दुनिया के सबसे पुराने और छोटे शब्द है, लेकिन इनके इस्तेमाल के लिए सबसे ज्यादा सोचना पड़ता है। |
3639 | हाथ की शोभा दान से होती है, न की कंगन पहनने से, शरीर की शुद्धि स्नान से होती है, न की चन्दन लगाने से, बड़ो की तृप्ति सम्मान करने से होती है, न कि भोजन कराने से, शरीर की मुक्ति ज्ञान से होती है, न की शरीर का शृंगार करने से। |
3640 | हाथी के चलाने के लिए अंकुश, घोड़े के लिए हाथ में एक चाबुक, सींग वाले बैल आदि पशु के लिए डंडे की आवश्कता होती हैं, परन्तु दुष्ट व्यक्ति सरलता से वश में नहीं आता, उसके लिए तो हाथ में तलवार लेनी पड़ती हैं उसे सीधे रास्ते पर लाने के लिए कभी-कभी उसकी हत्या भी कर देनी पड़ती हैं। |
3641 | हाथी को अंकुश से, घोड़े को चाबुक से, सींग वाले बैल को डंडे से और दुष्ट व्यक्ति को वश में करने के लिए हाथ में तलवार लेना आवश्यक है। |
3642 | हाथी मोटे शरीर वाला है, परन्तु अंकुश से वश में रहता है। क्या अंकुश हाथी के बराबर है ? दीपक के जलने पर अंधकार नष्ट हो जाता है। क्या अंधकार दीपक बराबर है ? वज्र से बड़े-बड़े पर्वत शिखर टूटकर गिर जाते है। क्या वज्र पर्वतों के समान है ? सत्यता यह है कि जिसका तेज चमकता रहता है, वही बलवान है। मोटेपन से बल का अहसास नहीं होता। |
3643 | हार जाने का डर, इंसान के हारने की सबसे बड़ी वजह है। |
3644 | हार मत मानो, हमेशा अगला मौका ज़रूर आता है। |
3645 | हालाँकि मुझे दूसरों को क्या करना चाहिए, के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है, मुझे लगता है कि मैं बहुत भाग्यशाली रहा हूँ और एक बहुत ही महत्वपूर्ण तरीके से समाज को वापस देने के लिए एक जिम्मेदारी महसूस कर रहा हु। |
3646 | हालाँकि मुझे दूसरों को क्या करना चाहिए, के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है, मुझे लगता है कि मैं बहुत भाग्यशाली रहा हूँ और एक बहुत ही महत्वपूर्ण तरीके से समाज को वापस देने के लिए एक जिम्मेदारी महसूस कर रहा हूँ। |
3647 | हालात मनुष्य से ज्यादा मजबूत होते है। |
3648 | हालात से तालमेल बिठाओ या फिर खत्म हो जाओ- हर युग में प्रकर्ति का यही नियम हैं। |
3649 | हास्य टॉनिक है, राहत है, दर्द रोकने वाला है. |
3650 | हिंसा हमेशा बाधा को जल्दी से हटा सकती है पर ये कभी सृजनात्मक नहीं हो सकती। |
3651 | हीरे की काबलियत रखते हो तो अंधेरो में चमका करो रोशनी में तो काँच भी चमकते है। |
3652 | हे अर्जुन! जब जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि हुई हैं तब-तब मैं अपने को रचता हूँ अथार्थ अवतरित होता हूँ। |
3653 | हे अर्जुन! निसंदेह मन बहुत चंचल हैं और बड़ी कठनाई से वश में होता हैं किन्तु सदा अभ्यास और वैराग्य से वह वश में हो जाता हैं। |
3654 | हे केतकी ! यद्यपि तू सांपो का घर है, फलहीन है, कांटेदार है, टेढ़ी भी है, कीचड़ में ही पैदा होती है, बड़ी मुश्किल से तू मिलती भी है, तब भी सुगंध रूपी गुण से तुम सभी को प्रिय लगती हो। वाकई एक गुण सभी दोषो को नष्ट कर देता है। |
3655 | हे बुद्धिमान पुरुष ! धन गुणवानो को दे, अन्य को नहीं। देखो, समुद्र का जल मेघो के मुँह में जाकर सदैव मीठा हो जाता है और पृथ्वी के चर-अचर जीवों को जीवनदान देकर कई करोड़ गुना होकर फिर से समुद्र में चला जाता है। |
3656 | हे महिला, तुम नीचे झुककर क्या देख रही हो? क्या तुम्हारा कुछ जमीन पर गिर गया है? हे मुर्ख, मेरे तारुण्य का मोती न जाने कहा फिसल गया। अथार्थ समझदार व्यक्ति को चाहिए कि किसी भी वृद्ध का उपहास न करें, क्योंकि यह स्थति तो एक दिन सभी की होनी हैं। |
3657 | हो सकता है आप कभी ना जान सकें कि आपके काम का क्या परिणाम हुआ, लेकिन यदि आप कुछ करेंगे नहीं तो कोई परिणाम नहीं होगा। |
3658 | ख़ुशी आत्म निर्भरता से सम्बंधित होती है। |
3659 | ख़ुशी का रहस्य ज्यादा पाने में नहीं बल्कि थोड़े का आनंद लेने की क्षमता विकसित करने में है। |
3660 | ख़ुशी की उम्मीद करना और उसके लिए प्रयास करना भी ख़ुशी है। |
3661 | ख़ुशी ही जीवन का उद्देशय और अर्थ है। |
3662 | ज़रा आसमान की तरफ देखिए। हम अकेले नहीं हैं। पूरी दुनिया हमारी दोस्त हैं और जो लोग सपने देखते हैं और उनके लिए काम करते हैं, केवल उन्हें यह सब कुछ देने के लिए हर तरह से तैयार रहती है। |
3663 | ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं..... |
3664 | ज़िन्दगी और समय, विश्व के दो बड़े अध्यापक है। ज़िन्दगी हमें समय का सही प्रयोग करना सिखाती है, जबकि समय हमें ज़िन्दगी की उपयोगिता बताता है। |
3665 | ज़िन्दगी खुशनुमा है और मौत शांतिपूर्ण। इन दोनों के बीच का सफर मुश्किलों भरा है। |
3666 | ज़िन्दगी में एक बार अपने बारे में अवश्य सोचे अन्यथा आप संसार की सबसे बड़ी कॉमेडी मिस कर सकते है। |
3667 | ज़िन्दगी में मैंने किसी चीज़ में कुछ ज्यादा देखा है तो वे सिर्फ अपने लीडर या महान लोगों के साथ जुड़कर ही। |
Monday, July 11, 2016
#3601-
Sunday, July 10, 2016
#3501-3600
3501 | हंस पक्षी श्मशान में नहीं रहता। अर्थात ज्ञानी व्यक्ति मुर्ख और दुष्ट व्यक्तियों के पास बैठना पसंद नहीं करते। |
3502 | हंसने का बहाना ढूंढे। कौन कहता हैं कि आपके पास हंसने का मौका नहीं हैं एक बार हँसने का प्रयास तो कीजिये, आप हास्य गुरु बन जायेंगे क्योकि शहरों में laughter clubs के खुलने से पता चलता हैं की बेहतर मानसिक, भावनात्मक, अध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए हँसना जरुरी हैं। |
3503 | हंसने की इच्छा ना हो...तो भी हसना पड़ता है... कोई जब पूछे कैसे हो...?? तो मजे में हूँ कहना पड़ता है |
3504 | हंसी के बिना बिताया हुआ दिन बर्वाद किया हुआ दिन है। |
3505 | हंसी मन की गांठें बड़ी आसानी से खोल देती है। |
3506 | हज़ार छूरों की तुलना में चार विरोधी अखबारों से अधिक डरना चाहिए। |
3507 | हजार लड़ाई जीतने से अच्छा है अपने आप को जीतना. फिर जीत तुम्हारी है। इसे तुमसे कोई नहीं ले सकता न ही स्वर्गदूतों द्वारा न ही राक्षसों द्वारा, न ही स्वर्ग या नरक में। |
3508 | हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाए। |
3509 | हथेली पर रखकर नसीब, तु क्यो अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है। सीख उस समन्दर से, जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है"!!! |
3510 | हम केवल तभी याद किये जाएंगे यदि हम हमारी युवा पीढ़ी को एक समृद्ध और सुरक्षित भारत दे सके जो की सांस्कृतिक विरासत के साथ साथ आर्थिक समृद्धि के परिणाम स्वरुप प्राप्त हो। |
3511 | हम जो बोते हैं वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हैं। हवा बह रही है ; वो जहाज जिनके पाल खुले हैं , इससे टकराते हैं , और अपनी दिशा में आगे बढ़ते हैं , पर जिनके पाल बंधे हैं हवा को नहीं पकड़ पाते। क्या यह हवा की गलती है ?…..हम खुद अपना भाग्य बनाते हैं। |
3512 | हम अगर किसी चीज़ की कल्पना कर सकते हैं तो उसे साकार भी कर सकते हैं। |
3513 | हम अपना Behavior बदलने के लिए बहुत सारा पैसा खर्च कर देते हैं। |
3514 | हम अपने जीवन में जिन चीजो की ख्वाहिश रखते है उसी से हमारे चरित्र के बारे में पता लगाया जा सकता है। |
3515 | हम अपने शाशकों को नहीं बदल सकते पर जिस तरह वो हम पे राज करते हैं उसे बदल सकते हैं. |
3516 | हम उन्हीं बदलावों को देख पाते है जिनके बारे में हम पहले से जानते है। साथ ही, हम उन्हीं बदलावों को महसूस कर पाते है जिन्हे हम आंखों से देखते है। |
3517 | हम उस बच्चे को आसानी से माफ़ कर सकते है जो की अँधेरे से डरता है; लेकिन जीवन की वास्तविक त्रासदी तब है जब आदमी प्रकाश से डरने लग जाए। |
3518 | हम एक दिन या एक समय निराहार रहकर उपवास करते हैं और इसी से कितनी वेदना होती हैं, फिर जो लोग कई दिन तक लगातार निराहार या आधा पेट खाकर रहते हैं, उनके मुहँ में दो मुट्ठी अन्न दे देना तो दूर की बात, जो चीज बिना खर्च किये सम्भव हो सकती हैं, वह मौखिक सहानुभूति भी क्या हम दे सकते हैं? |
3519 | हम एक बच्चे को आसानी से माफ़ कर सकते है जो की अँधेरे से डरता है लेकिन जीवन की असली त्रासदी तब है जब इंसान प्रकाश से डरने लगे। |
3520 | हम कितने भी पैसे क्यों न कमा ले, हम अपने विचारो में परिवर्तन नहीं ला सकतें। |
3521 | हम किसी वस्तु के 1 परसेंट के 10 लाखवें हिस्से के बारे में भी नहीं जानते हैं। |
3522 | हम खुद को हर किस्म की बुराई से महफूज रख सकते है। लेकिन मृत्यु की तुलना ऐसे शहर से की जाती है जहां घरो में दीवारें ही नहीं होती है। |
3523 | हम गलत को सही मानने में पारंगत है और अंत में जब गलत साबित हो जाते हैं, फिर भी तथ्यों को तोड़-मरोड़कर खुद को सही बताने का असफल प्रयास करते है। |
3524 | हम जितना जानते है उससे कही ज्यादा बुद्धिमान है। |
3525 | हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा , और परमात्मा उसमे बसेंगे। |
3526 | हम जितना भी पैसा कमाते है उसकी तुलना जूतो से की जा सकती है। जूता छोटा है तो वो पैरों को काटने लगेगा। जूते का आकार बड़ा है तो लड़खड़ाकर गिर भी सकते है। |
3527 | हम जिसकी पूजा करते है उसी के समान हो जाते है। |
3528 | हम जो कुछ भी हैं वो हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है। यदि कोई व्यक्ति बुरी सोच के साथ बोलता या काम करता है , तो उसे कष्ट ही मिलता है। यदि कोई व्यक्ति शुद्ध विचारों के साथ बोलता या काम करता है, तो उसकी परछाई की तरह ख़ुशी उसका साथ कभी नहीं छोडती। |
3529 | हम जो दुनिया के जंगलों के साथ कर रहे हैं वो कुछ और नहीं बस उस चीज का प्रतिबिम्ब है जो हम अपने साथ और एक दूसरे के साथ कर रहे हैं। |
3530 | हम जो सोचते हैं , वो बन जाते हैं। |
3531 | हम तब स्वतंत्र होते हैं जब हम पूरी कीमत चुका देते हैं। |
3532 | हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है… |
3533 | हम दुनिया को साबित कर सकते हैं कि भारत सक्षम राष्ट्र हैं. हम भारतीयों को प्रतियोगिता से डर नहीं लगता . भारत उपलब्धियां प्राप्त करने वालों का राष्ट्र है। |
3534 | हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम उसे प्रेम करते हैं। |
3535 | हम दुनिया में मौजूद हर चीज सीखने नहीं आये है। लेकिन उन चीजो जानकारी होना जरूरी है जिनसे हमारे चरित्र और व्यवहार का निर्माण होगा। |
3536 | हम धर्म और ध्यान के बिना रह सकतें है, लेकिन हम मानव स्नेह के बिना जीवित नहीं रह सकते। |
3537 | हम बहादुर कार्यों के द्वारा ही बहादुर बन सकते है। |
3538 | हम बाहरी दुनिया में कभी शांति नहीं पा सकते हैं, जब तक की हम अन्दर से शांत ना हों। |
3539 | हम भले ही पुराने सड़े घाव को स्वर्ण से ढक कर रखने की चेष्टा करे, एक दिन ऐसा आएगा जब वह स्वर्ण वस्त्र खिसक जायेगा और वह घाव अत्यंत वीभत्स रूप में आँखों के सामने प्रकट हो जायेगा। |
3540 | हम भारतीयों की समस्या यह है कि हमने बड़ा सोचने की आदत खो दी है |
3541 | हम महानता के सबसे करीब तब होते हैं जब हम विनम्रता में महान होते हैं। |
3542 | हम में से अधिकतर लोग क्षमा कर देते हैं और भूल भी जाते हैं, हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि दूसरा व्यक्ति ये न भूले कि हमने उसे क्षमा किया है। |
3543 | हम यहां पर ब्रह्मांड में सेंध लगाने के लिए है। अन्यथा हम यहां पर है क्यों ? |
3544 | हम युद्ध करते है ताकि हम शांति में रह सके। |
3545 | हम ये प्रार्थना ना करें कि हमारे ऊपर खतरे न आयें, बल्कि ये करें कि हम उनका सामना करने में निडर रहे। |
3546 | हम वही बन जाते है जैसा हम बनने की कोशिश करते है, इसलिए किसी दूसरे व्यक्ति जैसा बनने से पहले थोड़ी सावधानी बारतीए। |
3547 | हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का धयान रखिये कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं. विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं। |
3548 | हम सभी ईश्वर के हाथ में एक कलम के सामान है। |
3549 | हम सभी एक दूसरे की मदद करना चाहते हैं। मनुष्य ऐसे ही होते हैं। हम एक दूसरे के सुख के लिए जीना चाहते हैं, दुःख के लिए नहीं। |
3550 | हम सभी के पास अपनी टाइम मशीन है। इनमें से कुछ बीते हुए समय में ले जाती हैं, जो यादें कहलाती है। कुछ आने वाले समय के बारे में बताती हैं जिन्हें सपने कहते हैं। |
3551 | हम सभी को ऐसे लोगों की जरूरत है जो हमे feedback (प्रतिक्रिया) दे सके। क्योंकि इन्ही के कारण हम सुधार करते है। |
3552 | हम सभी, जीवन भर संघर्ष करते हैं, क्यूंकि जो हम चाहते हैं वो हम नहीं पा पाते। मैंने जीवन में एक महत्वपूर्ण चीज़ सीखी है कि कैसे अपने लक्ष्य के प्रति अडिग बने रहें, कैसे उम्मीद ना छोड़ें क्यूंकि पहले ही प्रयास में सफल नहीं हुआ जाता। |
3553 | हम सोचते बहुत हैं और महसूस बहुत कम करते हैं। |
3554 | हम हमारी समस्याओं को उसी सोच के साथ ख़त्म नहीं कर सकते है, जिस सोच के साथ हमने उन्हें पैदा किया हैं। |
3555 | हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है। हमने उनके देश की जमीन नहीं हड़पी है, अपनी संस्कृति, अपने इतिहास और अपने जीवन जीने के तरीके को उन पर लागू करने की कोशिश नहीं की। |
3556 | हमने क्या क्षमा किया है ये हमें समान्यत: याद रहता है। |
3557 | हममें से हर किसी के पास समान अवसर होते हैं और ये बात सभी के लिए सत्य है। |
3558 | हमारा एक नॉर्मल होता है . जब आप अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकल जाते हैं तो जो एक समय अनजाना और भयभीत करने वाला था अब आपका न्यू नॉर्मल बन जाता है . |
3559 | हमारा कर्तव्य है की हम हर किसी को उसका उच्चतम आदर्श जीने के संघर्ष में प्रोत्साहित करे, और साथ ही साथ उस आदर्श को सत्य के जितना निकट हो सके लेन का प्रयास करे। |
3560 | हमारा कार्य समुंद्र में पानी की एक बूंद के समान हो सकता हैं, किन्तु उस समुंद्र में एक बूंद जल भी न पड़ता, तो समुंद्र एक बूंद जल से वंचित हो जाता |
3561 | हमारा चरित्र पेड़ की तरह है। और हमारा चरित्र उसकी छाया की तरह। हम हमेशा छाया की और देखते है, जबकि असली चीज तो पेड़ है। |
3562 | हमारी ताकत और स्थिरता के लिए हमारे सामने जो ज़रूरी काम हैं उनमे लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करने से बढ़ कर कोई काम नहीं है. |
3563 | हमारी ताकत दुगुनी हो जाती है अगर हम विश्वास के साथ लड़ते है। |
3564 | हमारी नाक के सामने क्या हो रहा है, यह समझना एक लगातार संघर्ष है। |
3565 | हमारी प्रार्थना केवल आशीर्वाद पाने के लिए होनी चाहिए क्योकि ईश्वर सब जानता हैं, कि आपके लिए क्या अच्छा हैं और क्या बुरा। |
3566 | हमारी बिजनेस से सम्बंधित समस्याएं नहीं होतीं , हमारी लोगों से सम्बंधित समस्याएं होती हैं। |
3567 | हमारी वैज्ञानिक शक्ति ने हमारी आध्यात्मिक शक्ति को कुचल दिया। हमारे पास गाइडेड मिसाइल तो है, लेकिन लोग मिस गाइडेड है। |
3568 | हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है, हार मान लेना। हमेशा से सफल होने का सबसे निश्चित तरीका है एक बार और प्रयास करना।. |
3569 | हमारी ज़िंदगी कोई सपना नही है, लेकिन उसे एक आनंदमय सपना जरूर बनाया जा सकता है। |
3570 | हमारे जीवन का उद्देश्य प्रसन्न रहना है। |
3571 | हमारे जीवन का उस दिन अंत होना शुरू हो जाता है, जिस दिन हम उन मुद्दो के बारे में चुप हो जाते है जो आम समाज के लिए मायने रखते है। |
3572 | हमारे जीवन के गहनतम अंधकार के वक़्त हमें अपना ध्यान रोशनी देखने पर केंद्रित करना चाहिए। |
3573 | हमारे पास क्या है उससे फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन फर्क इस बात से पड़ता है की हमे किन चीजो से खुशी का अनुभव होता है। |
3574 | हमारे लिए चींटी से बढ़कर और कोई उपदेशक नहीं है। वह काम करती है और खामोश रहती है। |
3575 | हमारे स्वप्न विशाल होने चाहिए। हमारी महत्त्वाकांक्षा ऊँची होनी चाहिए। हमारी प्रतिबद्धता गहरी होनी चाहिए और हमारे प्रयत्न बड़े होने चाहिए। रिलायंस और भारत के लिए यही मेरा सपना है। |
3576 | हमे ऐसी शिक्षा चाहिए, जिसमे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैर पर खड़ा हो सके। |
3577 | हमे करोडो लोगो के देश की तरह सोचना और कार्य करना चाहिए न की लाखो लोगो के देश की तरह। सपना, सपना, सपना ! |
3578 | हमे जो मिलता है उससे हमारी ज़िंदगी चलती हैऔर जो हम देते है उससे ज़िंदगी बनती है। |
3579 | हमे प्रयत्न करना नहीं छोड़ना चाहिए और समस्याओ से नहीं हारना चाहिए। |
3580 | हमे युवाओ को नौकरी चाहने वालो की अपेक्षा नौकरी देने वाला बनाना होगा। |
3581 | हमे सीमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन असीमित आशा को कभी नहीं भूलना चाहिए। |
3582 | हमें दया दिखानी चाहिए , पर माँगना नहीं चाहिए। |
3583 | हमें अपने नजरिये को पूंजी की तरह संभाल कर रखना चाहिए, भले ही हमारे जीवन में कितने भी उतार—चढ़ाव क्यों न आएं। |
3584 | हमें अपने पैर पर खड़े रहने के लिए गूगल बिंग जैसे ब्रांड से प्रेरणा लेते हैं। |
3585 | हमें कोई नहीं चाहता, यही भावना सबसे बड़ा रोग हैं मानव जीवन में इससे बड़ा रोग नहीं हो सकता आज कुष्ठ रोग के उपचार की भी औषधि बन गई हैं,किन्तु मैं अवांछित हूं, मुझे कोई नहीं चाहता, इस भावना जैसा भयंकर रोग अन्य कोई है, यह मुझे ज्ञान नहीं, इस व्याधि को दूर करने की एक ही औषधि है और वह है – ‘प्रेम’ |
3586 | हमें त्याग करना होगा ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी समृद्ध हो । |
3587 | हमें बदलाव और चुनौतियों का स्वागत करना चाहिए क्योंकि ये जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते हैं। |
3588 | हमें भाईयों की तरह मिलकर रहना अवश्य सीखना होगा अन्यथा मूर्खों की तरह सभी बरबाद हो जाएंगे। |
3589 | हमें मुस्कराहट का परिधान जरूर पहनना चाहिये तथा उसे सुरक्षित रखने के लिये हमारी आत्मा को गुणों का परिधान पहनाना चाहिये। |
3590 | हमें हमेशा केवल सर्वोत्तम के लिए प्रयास करना चाहिए। गुणवत्ता पर समझौता नहीं किया जा सकता, अगर वस्तु सर्वोतम नहीं हैं तो उसे अस्वीकार कर दो, और यह केवल भारत के लिए नहीं बल्कि विश्व के लिए होना चाहिए। |
3591 | हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को हम पर हावी नहीं होने देना चाहिए। |
3592 | हमेशा ध्यान में रखिये की आपका सफल होने का संकल्प किसी भी और संकल्प से महत्त्वपूर्ण है. |
3593 | हमेशा अपने दिमाग में यह बात बैठाकर रखे की सफलता के प्रति आपका अपना दृष्टिकोण सबसे महत्त्वपूर्ण है बजाय दुसरो के। |
3594 | हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें। हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जायेगा। |
3595 | हमेशा अपने शत्रुओं को क्षमा कर दो- ये ही उन्हें सबसे ज्यादा परेशान करता है। |
3596 | हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है |
3597 | हमेशा ध्यान में रखिये की आपका सफल होने का संकल्प किसी भी और संकल्प से महत्त्वपूर्ण है। |
3598 | हमेशा सर्वश्रेष्ठ रास्ता हीचुनिए। शुरुआत में इस पर चलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन धीरे-धीरे आसान हो जाता है। |
3599 | हमेशा ही विश्वास के खिलाफ लड़ना ज्ञान के खिलाफ लड़ने से अधिक कठिन होता है। |
3600 | हर आदमी कहता है मै अच्छा हू लेकिन लोग क्या मानते है यह ज्यादा महत्वपूर्ण बात है। |
Saturday, July 9, 2016
#3401-3500
3401 | साधू पुरुष किसी के भी धन को अपना ही मानते है। |
3402 | सामजिक होना मतलब माफ़ करने वाला होना है। |
3403 | सामान्य के बीच अपनी योग्यता को साबित करना ही सफलता(Success) हैं। |
3404 | सामान्य व्यक्ति धर्म के बारें में हजारों बुराइया करता हैं, लेकिन धर्म को प्राप्त करने का प्रयास बिल्कुल नहीं करता। जबकि बुद्धिमान व्यक्ति जोकि धर्म का काफी ज्ञान रखता हैं और उसका आचरण भी धर्मअनुसार ही हैं कम ही बोलता हैं। |
3405 | सारे धर्म इंसानों द्वारा बनाये गए हैं। |
3406 | सारे भूखो के मुँह में अन्न नहीं दिया जा सकता सभी रोगियों की सेवा कर पाना भी सम्भव नहीं हैं, तब क्या सेवा ,दान, प्यार आदि को छींके पर टांग कर रख दे? नहीं, मार्ग में चलते हुए यदि आँखों के सामने कोई भूखा आ खड़ा हो, तो उसे देखना ही धर्म है, उसकी भूख मिटाने के लिए आगे बढ़ना मानवता का कर्तव्य हैं |
3407 | साहस मानवीय गुणों में प्रमुख है, क्योकि यह बाकी सभी गुणों की गारंटी देता है। |
3408 | साहस मुक्ति का एक प्रकार है। |
3409 | साहस ये जानना है कि किससे नहीं डरना है। |
3410 | साहस सभी मानवीय गुणों में प्रथम है क्योंकि यह वो गुण है जो आप में अन्य गुणों को विकसित करता है। |
3411 | साहस सिर्फ खड़े होकर बोलना ही नही, बैठकर धैर्यपूर्वक सुनना भी है। |
3412 | साहस, प्यार के समान है दोनों को आशा रूपी पोषण आवशयकता होती है। |
3413 | साहसी बनो। मैंने व्यापार में मंदी के कई दौर देखे हैं। हमेशा अमेरिका इनसे और अधिक शक्तिशाली और समृद्ध होकर निकला है। अपने पूर्वजों की तरह बहादुर बनो। विश्वास रखो ! आगे बढ़ो ! |
3414 | साहसी लोगों को अपना कर्तव्य प्रिय होता है। |
3415 | सिंह से एक गुण सीखना चाहिए कि काम छोटा हो या बड़ा , जब हाथ मे लिया जाए तो उसे पूरा करने मे सारी शक्ति लगा देनी चाहिए । किसी भी स्वीकृत कार्य को महत्वहीन समझकर उसकी उपेक्षा नही करनी चाहिए । कार्य की असफलता से प्रतिष्ठित व्यक्ति की कीर्ति कलंकित होती है । |
3416 | सिंह भूखा होने पर भी तिनका नहीं खाता। |
3417 | सिद्ध हुए कार्ये का प्रकाशन करना ही उचित कर्तव्य होना चाहिए। |
3418 | सिनेमा सनक है। दर्शक वास्तव में स्टेज पर जीवंत अभिनेताओं को देखना चाहते हैं। |
3419 | सिर्फ एक कलाकार ही जिंदगी का असली अर्थ समझ सकता है। |
3420 | सिर्फ एक ही चीज पर विश्वास रखना चाहिए। वह एक चीज है मनुष्य की ताकत, उसकी दृढ़ सोच। |
3421 | सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते। |
3422 | सिर्फ जानकारियों के आधार पर खुद को इस दुनिया में महफूज रख सकते है। |
3423 | सिर्फ जीना मायने नहीं रखता, सच्चाई से जीना मायने रखता है। |
3424 | सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाक़ू की तरह है जिसमे सिर्फ ब्लेड है। यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है। |
3425 | सिर्फ दो बातें लोग एक दुसरे के बारे में याद रखते हैं.वो साथ रहते हैं, इसलिए नहीं क्यूंकि वे भूल जाते हैं, बल्कि इसलिए कि वे क्षमा कर देते हैं। |
3426 | सिर्फ स्वतंत्र लोग ही समझौता कर सकते है। कैदी लोग समझौता नहीं कर सकते। आपकी और मेरी आज़ादी अलग नहीं है। |
3427 | सीखना कोई बच्चों का खेल नहीं है, हम बिना दर्द के नहीं सीख सकते है। |
3428 | सीखना, रचनात्मकता को जन्म देता है। रचनात्मकता, विचार की ओर ले जाती है, विचार आपको ज्ञान देता है। ज्ञान आपको महान बना देता है। |
3429 | सीधे और सरल व्तक्ति दुर्लभता से मिलते है। |
3430 | सीमाओ को जाने। आप उस व्यक्ति को कुछ नहीं समझा सकते, जो आप पर विश्वास नहीं करता लेकिन सीमा में रहते हुए आप अपनी तरफ से प्रयास जरुर करें इस तरह आप खुद को बेहतर साबित कर सकते हैं। |
3431 | सुंदरता भगवान द्वारा दिया जाने वाला सबसे अमूल्य तोहफा है। भगवान यही तोहफा गंदी सोच वाले लोगो को भी देता है। |
3432 | सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब.... बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता . |
3433 | सुख और दुःख में समान रूप से सहायक होना चाहिए। |
3434 | सुख और दुःख सिक्के के दो पहलु है। सुख जब मनुष्य के पास आता है तो दुःख का मुकुट पहन कर आता है |
3435 | सुख का आधार धर्म है। |
3436 | सुख चाहने वालो को विधा कहाँ और विधार्थी को सुख कहाँ? सुख चाहने वाले विधा की आशा न रखे और विधार्थी सुख की इच्छा न रखे। |
3437 | सुख बाहर से मिलने की चीज नहीं, मगर अहंकार छोड़े बगैर इसकी प्राप्ति भी होने वाली नहीं। |
3438 | सुख-दुःख व मान-सम्मान जीवन के दो पहलू हैं, जो उनमे लिप्त नहीं होता वह प्रसन्न रहता हैं। |
3439 | सुधार का मतलब है बदलना और परफेक्ट होने का मतलब है बार बार बदलना। |
3440 | सुन्दर रंगों को देखने के लिए आँखे है। मधुर संगीत को सुनने के लिए कान है। उसी तरह से चीज़ों को समझने के लिए दिमाग है। |
3441 | सुबह पछतावे के साथ उठाने के लिए जीवन बहुत ही छोटा है, अत: उन लोगों से प्यार कीजिये जिन्होंने आपके साथ अच्छा बर्ताव किया, उन लोगों को क्षमा कर दीजिये जिन्होंने अच्छा बर्ताव नहीं किया और ऐसा विश्वास रखिये कि सभी कुछ किसी कारण से होता है। |
3442 | सूचना ज्ञान नहीं है। |
3443 | सूर्य अपनी जगह रहता है और बाकी सभी गृह उसके इर्द-गिर्द घुमते है। इसका मतलब है की गुणी व्यक्ति या जिस व्यक्ति में कोई क्वालिटी होती है वह अपनी जगह पर या सेंटर में रहता है और बाकी दुनिया उसके इर्द-गिर्द चलती रहती है। |
3444 | सेवक को स्वामी के अनुकूल कार्य करने चाहिए। |
3445 | सेवकों को अपने स्वामी का गुणगान करना चाहिए। |
3446 | सेवा के कार्य में पग-पग पर विपति की आशंका रहती हैं हमें सदा यह बात याद रखनी होगी कि हम जो भी कुछ करें सब उनके लिए करें |
3447 | सेवानिवृत्ति का तो कोई प्रश्न ही नहीं हैं। मेरा कारोबार तो मेरा शौक हैं यह मेरे लिए एक बोझ नहीं है। रिलायंस को तो मेरे बिना भी चलाया जा सकता हैं। |
3448 | सैकड़ो अज्ञानी पुत्रों से एक ही गुणवान पुत्र अच्छा है। रात्रि का अंधकार एक ही चन्द्रमा दूर करता है, न की हजारों तारें। |
3449 | सोच भाषा को भ्रष्ट बनाती है, लेकिन भाषा भी सोच को भ्रष्ट कर सकती है। |
3450 | सोच विचार करने में समय लगाएँ, लेकिन जब काम का समय आए, तो सोचना बंद करें और आगे बढ़ें। |
3451 | सोचने का मतलब है की आपकी आत्मा खुद से बातचीत कर रही है। |
3452 | सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से.. पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!! |
3453 | सोने की जाँच चार प्रकार से की जाती हैं –उसे कसौटी पर घिसा जाता हैं, काट कर देखा जाता हैं, तपाया और कूटा-पीटा जाता हैं इसी प्रकार मनुष्य के कुल अर्थात् अथार्त श्रेष्ठता की जाँच भी चार प्रकार – त्याग, शील, गुण और उसके द्वारा किये जाने वाले कार्यो से होती हैं। |
3454 | सोने के साथ मिलकर चांदी भी सोने जैसी दिखाई पड़ती है अर्थात सत्संग का प्रभाव मनुष्य पर अवश्य पड़ता है। |
3455 | सौंदर्य अलंकारों अर्थात आभूषणों से छिप जाता है। |
3456 | सौंदर्य एक अल्पकालिक अत्याचार है। |
3457 | स्कूलों में शिक्षा का मुख्य उद्देश्य ऐसे महिला और पुरुष तैयार करना है जो अपने दम पर नई चीजें कर सके, न की वही चीजें दोहराएं जो पिछली पीढियां करती है। |
3458 | स्तुति करने से देवता भी प्रसन्न हो जाते है। |
3459 | स्त्रियाँ कभी भी एक व्यक्ति से प्रेम नहीं करती हैं वे बातें किसी ओर से करती हैं, विलासपूर्वक देखती किसी और को हैं तथा हर्द्य में चिंतन किसी और के विषय में करती हैं। इस प्रकार उनका प्रेम एकान्तिक न होकर बहुजनीय होता हैं, उनकी प्रत्येक चेष्टा में चतुराई छिपी होती हैं। |
3460 | स्त्रियां पुरुषो से दोगुना अधिक भोजन करती हैं इसके साथ ही चाणक्य का यह भी कहना हैं कि स्त्रियों में लज्जा पुरुष की अपेक्षा चार गुणा अधिक होती हैं यही कारण हैं कि आदमी उनके मन की कोई बात समझने में कभी पूर्णतया समर्थ नहीं होता वह कितना ही प्रयत्न करे स्त्रिया कभी भी खुलकर अपने मन की बात नहीं बताती, स्त्रिया में साहस आदमियों की अपेक्षा छह गुणा अधिक होता हैं तथा उसमे कामवासना आठ गुणा अधिक होती हैं |
3461 | स्त्रियां स्वभाव से ही झूठ बोलने वाली, अत्यंत साहसी, छली-कपटी, धोखा देने वाली, मूर्खतापूर्ण बाते करने वाली, अत्यन्त लोभी, अपवित्र और दया–माया से रहित होती हैं। |
3462 | स्त्रियो की स्थिति में सुधार न होने तक विश्व के कल्याण का कोई भी मार्ग नहीं है। |
3463 | स्त्रियों का गुरु पति है। अतिथि सबका गुरु है। ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य का गुरु अग्नि है तथा चारों वर्णो का गुरु ब्राह्मण है। |
3464 | स्त्री का आभूषण लज्जा है। |
3465 | स्त्री का वियोग, अपने लोगो से अनाचार, कर्ज का बंधन, दुष्ट राजा की सेवा, दरिद्रता और अपने प्रतिकूल सभा, ये सभी अग्नि न होते हुए भी शरीर को दग्ध कर देते है। |
3466 | स्त्री के प्रति आसक्त रहने वाले पुरुष को न स्वर्ग मिलता है, न धर्म-कर्म। |
3467 | स्त्री के बंधन से मोक्ष पाना अति दुर्लभ है। |
3468 | स्त्री न तो दान देने से, न ही उपवास से तथा न ही नाना तीर्थो के सेवन से शुद्ध होती हैं बल्कि वह तो केवल पति के चरणों को श्रदापूर्वक छु लेने से ही शुद्ध हो जाती हैं। |
3469 | स्त्री रत्न से बढ़कर कोई दूसरा रत्न नहीं है। |
3470 | स्नेह और दया रहित धर्म, विधाविहीन गुरु, क्रोधी स्वभाव की पत्नी और स्नेहरहित सम्बन्धियों को छोड़ ही देना चाहिए इन्हें अपनाने से लाभ के स्थान पर हानि होने की संभावना रहती हैं ये बातें दुःख का कारण होती हैं। |
3471 | स्नेह करने वालों का रोष अल्प समय के लिए होता है। |
3472 | स्मरण शक्ति (याददास्त) को तेज करे। यदि आपको कोई चीज याद नहीं रहती है तो उसको जोर-जोर से पढ़े फिर आप पाएंगे की वह चीज आपको 50% ज्यादा याद हो चुकी हैं अच्छी स्मरण-शक्ति व्यक्ति की personality को बढाती हैं। |
3473 | स्वजनों को तृप्त करके शेष भोजन से जो अपनी भूख शांत करता है, वाह अमृत भोजी कहलाता है। |
3474 | स्वतंत्र होने का साहस करो। जहाँ तक तुम्हारे विचार जाते हैं वहां तक जाने का साहस करो , और उन्हें अपने जीवन में उतारने का साहस करो। |
3475 | स्वतंत्र वही है, जो अपना काम स्वयं कर लेता है। |
3476 | स्वतंत्र होना , अपनी जंजीर को उतार देना मात्र नहीं है, बल्कि इस तरह जीवन जीना है कि औरों का सम्मान और स्वतंत्रता बढे। |
3477 | स्वतंत्रता की अधिकता, चाहे वो राज्यों या व्यक्तियों में निहित हो, केवल गुलामी की अधिकता में बदल जाती है। |
3478 | स्वभाव का अतिक्रमण अत्यंत कठिन है। |
3479 | स्वभाव का मूल अर्थ लाभ होता है। |
3480 | स्वभाव रखना है तो उस दीपक की तरह रखो जो बादशाह के महल में भी उतनी रोशनी देता है जितनी किसी गरीब की झोपड़ी में। |
3481 | स्वयं अशुद्ध व्यक्ति दूसरे से भी अशुद्धता की शंका करता है। |
3482 | स्वयं को इस जन्म औए अगले जन्म में भी काम में लगाइए। बिना प्रयत्न के आप समृद्ध नहीं बन सकते। भले भूमि उपजाऊ हो, बिना खेती किये उसमे प्रचुर मात्र में फसले नहीं उगाई जा सकती। |
3483 | स्वयं को जानने का सर्वश्रेष्ठ तरीका है स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना। |
3484 | स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेना सबसे श्रेष्ठ और महानतम विजय होती है। |
3485 | स्वयं में बहुत सी कमियों के बावजूद अगर में स्वयं से प्रेम कर सकता हुँ तो दुसरो में थोड़ी बहुत कमियों की वजह से उनसे घृणा कैसे कर सकता हुँ। |
3486 | स्वयं से लड़ो , बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना ? वह जो स्वयम पर विजय कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी। |
3487 | स्वर्ग की प्राप्ति शाश्वत अर्थात सनातन नहीं होती। |
3488 | स्वर्ग के बारे में सिर्फ एक बार सोचना ही सबसे बड़ी प्रार्थना है। |
3489 | स्वर्ग से इस लोक में आने पर लोगो में चार लक्षण प्रकट होते है -----दान देने की प्रवृति, मधुर वाणी, देवताओ का पूजन और ब्राह्मणों को भोजन देकर संतुष्ट करना। |
3490 | स्वर्ग से भूलोक पर उतरे हुए दिव्य पुरुष जब जन्म लेते हैं तो उनकी पहचान उनके चार प्रमुख गुणों से होती हैं उनमे दान देने की प्रवर्ती होती हैं, वे सैदव मधुर और मीठी वाणी बोलते हैं, वे देवताओ की पूजा अर्चना करते हैं और ब्राह्मणों को भोजन और वस्त्र आदि देकर उन्हें प्रसन्न करने का यत्न करते हैं। |
3491 | स्वर्ग-पतन से बड़ा कोई दुःख नहीं है। |
3492 | स्वर्ण कहता है -मुझे न तो आग से तपाने का दुःख है , न काटने पीसने से और न कसौटी पर कसने से, मेरे लिए तो जो महान दुःख का कारण है, वह है घुंघची के साथ मुझे तोलना। |
3493 | स्वर्ण मृग न तो ब्रह्मा ने रचा था और न किसी और ने उसे बनाया था, न पहले कभी देखा गया था, न कभी सुना गया था, तब श्री राम की उसे पाने (मारीच का मायावी रूप कंचन मृग) की इच्छा हुई, अर्थात सीता के कहने पर वे उसे पाने के लिए दौड़ पड़े। किसी ने ठीक ही कहा है ------'विनाश काले विपरीत बुद्धि।' जब विनाश काल आता है, तब बुद्धि नष्ट हो जाती है। |
3494 | स्वस्थ रहने के लिए, परिवार को ख़ुशी देने के लिए, सभी को शांति देने के लिए, व्यक्ति को सबसे पहले स्वयं के मन को अनुशासन में रखना होगा। अगर कोई व्यक्ति अपने मन को अनुशासन में कर लेता है तो वो ज्ञान की तरफ बढ़ता है। |
3495 | स्वस्थ्य नागरिक किसी देश के लिए सबसे बड़ी संपत्ति होते हैं। |
3496 | स्वस्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफ़ादारी सबसे बड़ा सम्बन्ध है. |
3497 | स्वाभिमानी व्यक्ति प्रतिकूल विचारों को सम्मुख रखकर दोबारा उन पर विचार करे। |
3498 | स्वामी के क्रोधित होने पर स्वामी के अनुरूप ही काम करें। |
3499 | स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफ़ादारी सबसे बड़ा सम्बन्ध है। |
3500 | स्वेट मार्डन ने भी कहा हैं था कि जैसे आपके विचार होते हैं वैसी ही आपकी शारीरिक स्थिति बन जाती हैं, स्वामी विवेकानन्द भी यही कहते थे की अच्छे विचार आपकी प्रेरणा के स्त्रोत्र होते हैं। |
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